दे के समय अपना अपने पौधों को बनाए वृक्ष ताकि उनकी छाँव में रह सकें आपके अपने दे के समय अपना अपने पौधों को बनाए वृक्ष ताकि उनकी छाँव में रह सकें आपके अपने
भक्ति रचना भक्ति रचना
तू भूल बैठा है मुझे ना जाने किसकी खातिर, तरसी है आंखे एक तुझे देखने की खातिर,।। तू भूल बैठा है मुझे ना जाने किसकी खातिर, तरसी है आंखे एक तुझे देखने की खातिर...
रै मोदी रै मोदीतन्नै अच्छी गोभी खोदी रै मोदी रै मोदीतन्नै अच्छी गोभी खोदी
वो अक्स है मेरा , उसे मेरे साथ रह जाने दो। वो अक्स है मेरा , उसे मेरे साथ रह जाने दो।
माँ के बारे में कितना भी लिखो कम है । किसी भाषा में शायद पर्याप्त शब्द ही नहीं जो माँ की भूमिका की स... माँ के बारे में कितना भी लिखो कम है । किसी भाषा में शायद पर्याप्त शब्द ही नहीं ज...